Is that Feminism is responsible for #Corona #Coronaoutspread ?
Ans:- Yes
जिस प्रकार से कोरोना बिमारी एक विश्व के लिए सबसे बड़ी महामारी का
रूप लेती जा रही है । बहुत कम समय में लगभग पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया हैं।
भारत भी इस बीमारी से अछूता नहीं रहा । धीरे धीरे एक के बाद एक
राज्य इसकी चपेट में आते जा रहे हैं । इस ब्लॉग को लिखते वक्त लगभग 446 पीड़ित व 9 लोग अपनी जान गवा चुके हैं ।
दैनिक जागरण , हिंदुस्तान
टाइम्स , बिजनेस टुडे
के अनुसार यह पता चला हैं , किस प्रकार
लोकप्रिय गायिका कनिका कपूर द्वारा विदेश से लौटने पर व #Covid19 से संक्रमित होने के बावजूद उनके द्वारा
अनेकों सम्मेलनों में भाग लिया गया । जिसके कारण माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , दुष्यंत सिंह , वसुंधरा राजे जी व अन्य अपने आप को self
quarantine करने के लिए बजबूर हो गए । एक अनुमान
के अनुसार लगभग ढाई सौ से भी ऊपर लोग हैं , जो उनके संपर्क में सीधे तौर पर आएं । यह कहना गलत नहीं होगा , कनिका कपूर ने
अपने मिलने चाहने वालों सब लोगों की जिंदगी व उनके परिवार की जिंदगी खतरे में डाल दी ।
इसी प्रकार एक Deccan Chronicle द्वारा छापे एक आर्टिकल 24 मार्च 2020 कांग्रेस लीडर एम एल उस्ताद की पुत्री
रुखसाना उस्ताद , जो खुद quarantine टाइम
में थी । उन्होंने कारोना संक्रमण को नजरअंदाज करते हुए लगभग 500 लोगो की सभा में भाग लिया । ये कहना गलत
नहीं होगा लगभग 500 परिवारों व उनसे मिलने वाले लोगो की जिंदगियों को खतरे में डाला।
The Print 18 मार्च 2020 द्वारा प्रकाशित एक न्यूज़ के अनुसार ,
हाल ही में IAS सिविल सर्विसेज में पदोन्नत की गई महिला
द्वारा अपने पद प्रभाव का गलत इस्तेमाल
करते हुए उन्होंने , अपने संक्रमित बच्चे जोकि यूके यूनिवर्सिटी में पढ़ता
है। उसे बगैर स्क्रीनिंग के एयरपोर्ट से
निकलवाया । एक स्रोतों के अनुसार उन्होंने अपने बेटे की सरकारी मेडिकल जांच तक
होने नहीं दी ।
जिसके बाद IAS महिला
अफसर कई लोगों के संपर्क में आई। यहां पर भी यह कहना गलत नहीं होगा उन्होंने कई
परिवारों की जिंदगी खतरे में डाली
यह देखने में आ रहा है जहां पर भी #Feminism है वहां सर्वनाश निश्चित है। किस प्रकार
#Feminism से ग्रसित लोग देश तक
को खतरे में डाल देते है। यह फेमिनिज्म / महिलावादी सोच का ही प्रमाण है । जिसने प्रभावशील महिलाओ को जांच से बचने
में सहायता की ।
#Covid19 के संक्रमण को बढ़ावा
दिया व देश की करोड़ों जनता के जीवन को खतरे में डाला । यकीनन ये सरकार के लिए सही
वक़्त है इस #FeminismIsCancer के
जहर को समझे और इन लोगो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे ।
Shame shame
ReplyDeleteNice blog. Keep it up
ReplyDeleteसशक्तिकरण और बराबरी की होड़ में, जिस तरह नारीवादी सोच, समाज को दीमक की तरह चाट रहे हैं यह समाज के लिए जहर ही है। एक तरफ अबला और लाचारी का रोना तो दूसरी तरफ अपनी मनमानी करने की हठ, फिर उस हठ से चाहे समाज और देश को कोई भी नुकसान क्यो ना झेलना पड़े।
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